संस्कृत श्लोक अर्थ सहित-Sanskrit Verses With Meaning Famous Hindi Quotes इन लोगों का रास्ता न काटें, अपना मार्ग बदल लें चक्रिणो दशमीस्थस्य रोगिणो भारिणः स्त्रियाः। स्नातकस्य च राज्ञश्च पन्था देयो वरस्य च।। रथ पर...
Gyan shlok in hindi ज्ञान पर संस्कृत श्लोक part4 यत्ते अग्ने तेजस्तेनाहं तेजस्वी भूयासम् । यत्ते अग्ने वर्चस्तेनाहं वर्चस्वी भूयासम् । यत्ते अग्ने हरस्तेनाहं हरस्वी भूयासम् । हे अग्नि ! तुम्हारे तेज से मुज़े...
गृहस्थी पर संस्कृत श्लोक हिंदी में Part 4 top sanskrit shlok त्यागाय समृतार्थानां सत्याय मिभाषिणाम् । यशसे विजिगीषूणां प्रजायै गृहमेधिनाम् ॥ सत्पात्र को दान देने के लिए धन इकट्ठा करनेवाले, यश के लिए विजय...
गृहस्थी पर संस्कृत श्लोक हिंदी में Part 2 Sanskrit shlok कुले कलङ्कः कवले कदन्नता सुतः कुबुद्धिः र्भवने दरिद्रता । रुजः शरीरे कलहप्रिया प्रिया गृहागमे दुर्गतयः षडेते ॥ घर में आने पर कलंकित कुल, कुअन्न...
गृहस्थी पर संस्कृत श्लोक हिंदी में: प्रीणाति य सुचरितैः पितरं स पुत्रो यद्भर्तुरेव हितमिच्छति तत्कलत्रम् । तन्मित्रमापदि सुखे च समक्रियं यत् एतत् त्रयं जगति पुण्यकृतो लभन्ते ॥ पिता को अपने सद्वर्तन से खुश करनेवाला...
दुष्ट पर संस्कृत श्लोक हिंदी में :- यथा परोपकारेषु नित्यं जागर्ति सज्जनः । तथा परापकारेषु जागर्ति सततं खलः ॥ जैसे सज्जन परोपकार करने में नित्य जाग्रत होता है, वैसे दुर्जन अपकार करने में हमेशा...
दुर्जन पर संस्कृत श्लोक हिंदी में Part4 : दुर्जनो नार्जवं याति सेव्यमानोऽपि नित्यशः । स्वेदनाभ्य़ंजनोपायैः श्र्वपुच्छमिव नामितम् ॥ जैसे कुत्ते की पूंछ स्वेदन, अंजन इत्यादि उपाय से सरल नहीं बनती, वैसे दुष्ट मानव हंमेशा...
दुर्जन पर संस्कृत श्लोक हिंदी में Part3 Top Sanskrit Shlok मृगमीनसज्जनानां तृणजलसंतोषवृत्तीनाम् । लुब्धकधीवरपिशुनाः निष्कारणमेव वैरिणो जगति ॥ घास, पानी ओर संतोष से जीनेवाले हिरण, मछलियाँ सज्जन के अनुक्रम से पारधी, मच्छीमार ओर दुष्ट...
दुर्जन पर संस्कृत श्लोक हिंदी में Part2 Top Sanskrit Shlok वर्जनीयो मतिअमता दुर्जनः सख्यवैरयोः । श्र्वा भवत्यपकाराय लिहन्नपि दशन्नपि ॥ मतिमान मनवको दुष्टके साथ मैत्री या बेर नहीं करना चाहिए । कुत्ता चाटता है...
बोधितोऽपि बहु सूक्तिविस्तरैः किं खलो जगति सज्जनो भवेत् । स्नापितोऽपि बहुशो नदीजलैः गर्दभः किमु हयो भवेत् कचित् ॥ अच्छे वचनों के उपदेश देने से क्या इस दुनिया में दुष्ट मानव सज्जन हो जायेंगे ?...