अभय पर संस्कृत श्लोक हिन्दी में

अभय पर संस्कृत श्लोक हिन्दी में: नाभिषेको न संस्कारः सिंहस्य क्रियते वने । विक्रमार्जितसत्त्वस्य स्वयमेव मृगेंद्रता ॥ सिंह को जंगल का राजा नियुक्त करने के लिए न तो कोई अभिषेक किया जाता है, न...