Introduction:
संस्कृत भाषा की महिमा अनंत है, और इसमें निहित श्लोक जीवन के हर पहलू को उजागर करते हैं। ये श्लोक न केवल हमारे जीवन को दिशा देने वाले मार्गदर्शक सिद्ध होते हैं, बल्कि हमें जीवन की सच्चाईयों से भी अवगत कराते हैं। आज हम 20+ अनोखे संस्कृत श्लोक प्रस्तुत कर रहे हैं, जिनके साथ उनके हिंदी अर्थ भी दिए गए हैं। इन श्लोकों का अध्ययन करें, आत्मसात करें और जीवन में सदैव उनका अनुसरण करें।
1. श्लोक:
“सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामयाः।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु, मा कश्चित् दुःखभाग्भवेत्॥”
हिंदी अर्थ: सभी सुखी रहें, सभी रोगमुक्त रहें। सभी मंगलमय घटनाओं का अनुभव करें, और कोई भी दुख का भागी न बने।
2. श्लोक:
“कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।
मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि॥”
हिंदी अर्थ: तुम्हारा अधिकार केवल कर्म करने पर है, फल पर नहीं। इसलिए कर्म का फल कभी भी तुम्हारे कार्यों का उद्देश्य न बने और आलस्य से बचो।
3. श्लोक:
“असतो मा सद्गमय, तमसो मा ज्योतिर्गमय।
मृत्योर्मा अमृतं गमय॥”
हिंदी अर्थ: असत्य से सत्य की ओर ले चलो, अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलो, मृत्यु से अमरता की ओर ले चलो।
4. श्लोक:
“विद्यां ददाति विनयं, विनयाद्याति पात्रताम्।
पात्रत्वात् धनमाप्नोति, धनात् धर्मं ततः सुखम्॥”
हिंदी अर्थ: विद्या से विनम्रता आती है, विनम्रता से योग्यता प्राप्त होती है। योग्यता से धन प्राप्त होता है, धन से धर्म और धर्म से सुख मिलता है।
5. श्लोक:
“मन एव मनुष्याणां कारणं बन्धमोक्षयोः।
बन्धाय विषयासक्तं, मुक्तं निर्विषयं स्मृतम्॥”
हिंदी अर्थ: मनुष्य के बंधन और मोक्ष का कारण मन ही है। जब मन विषयों में आसक्त होता है तो बंधन में फँसता है, और जब निर्लिप्त होता है तो मुक्त हो जाता है।
6. श्लोक:
“धर्मो रक्षति रक्षितः।”
हिंदी अर्थ: धर्म की रक्षा करने पर धर्म भी हमारी रक्षा करता है।
7. श्लोक:
“यथा चित्तं तथा वाचो, यथा वाचस्तथा क्रिया।
चित्ते वाचि क्रियायां च, साधूनामेकरूपता॥”
हिंदी अर्थ: साधु पुरुषों की वाणी, मन और कर्म तीनों एक समान होते हैं।
8. श्लोक:
“अहिंसा परमो धर्मः।”
हिंदी अर्थ: अहिंसा सबसे बड़ा धर्म है।
9. श्लोक:
“उदारचरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम्।”
हिंदी अर्थ: उदार चरित्र वालों के लिए संपूर्ण पृथ्वी ही परिवार है।
10. श्लोक:
“सत्यमेव जयते नानृतं।”
हिंदी अर्थ: सत्य ही हमेशा जीतता है, असत्य नहीं।
11. श्लोक:
“नास्ति बुद्धिरयुक्तस्य न चायुक्तस्य भावना।
न चाभावयतः शान्तिरशान्तस्य कुतः सुखम्॥”
हिंदी अर्थ: जिसकी बुद्धि नियंत्रित नहीं है, वह ध्यान नहीं कर सकता। जो ध्यान नहीं करता, उसे शांति नहीं मिलती। अशांत व्यक्ति के लिए सुख कहाँ?
12. श्लोक:
“वृक्ष कः फलदायकः, कं छायां न विसृजति।
सन्तः सद्गुणसंपन्नाः, पिपीलिकां न हिंसति॥”
हिंदी अर्थ: वह वृक्ष कौन है जो फल देता है, परंतु अपनी छाया नहीं छोड़ता? संत व्यक्ति सद्गुणों से संपन्न होते हैं, और वे चींटी तक को नहीं सताते।
13. श्लोक:
“क्षमा वीरस्य भूषणम्।”
हिंदी अर्थ: क्षमा वीर का आभूषण है।
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14. श्लोक:
“आत्मदीपो भव।”
हिंदी अर्थ: अपने स्वयं के दीपक बनो।
15. श्लोक:
“शान्ति: परमं सुखं।”
हिंदी अर्थ: शांति सबसे बड़ा सुख है।
16. श्लोक:
“एकम् सत् विप्रा: बहुधा वदन्ति।”
हिंदी अर्थ: सत्य एक ही है, विद्वान उसे विभिन्न नामों से पुकारते हैं।
17. श्लोक:
“ज्ञानं परम् बलम्।”
हिंदी अर्थ: ज्ञान सबसे बड़ा बल है।
18. श्लोक:
“कृण्वन्तो विश्वमार्यम्।”
हिंदी अर्थ: संपूर्ण विश्व को आर्य बनाओ।
19. श्लोक:
“शिवो भूत्वा शिवं यजेत।”
हिंदी अर्थ: शिव बनकर शिव की पूजा करो।
20. श्लोक:
“अविद्यायामृत्युम् तीर्त्वा विद्ययाऽमृतमश्नुते।”
हिंदी अर्थ: अविद्या से मृत्यु को पार कर विद्या से अमरता को प्राप्त करें।
Conclusion:
इन संस्कृत श्लोकों में जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझाने की क्षमता है। इन्हें याद कर आप न केवल अपनी आध्यात्मिकता को बढ़ा सकते हैं बल्कि जीवन को अधिक सार्थक बना सकते हैं। उम्मीद है कि आपको ये श्लोक पसंद आए होंगे। अपने मित्रों और परिवार के साथ इनका साझा करें और इस ज्ञान का आनंद उठाएं।
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