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राष्ट्र-के-संस्कृत श्लोक हिन्दी में

राष्ट्र पर संस्कृत श्लोक हिंदी में

राष्ट्र पर संस्कृत श्लोक यौवनं धनसंपत्ति प्रभुत्वमविवेकिता ।एकैकमप्यनर्थाय किमु यत्र चतुष्टयम् ॥ युवानी, धन, सत्ता और अविवेक ये हर अपने आप में ही अनर्थकारी है, तो फिर जहाँ (एक के पास) चारों चार इकट्ठे हो,… राष्ट्र पर संस्कृत श्लोक हिंदी में