Diwali 2024 Date, Significance, and Puja Vidhi

दिवाली 2024: तिथि, महत्व, और पूजा विधि (Diwali 2024 Date, Significance, and Puja Vidhi)

दिवाली 2024 कब है? (Diwali 2024 Date in India)

दिवाली, जिसे दीपावली भी कहा जाता है, हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण और सबसे बड़ा त्योहार है। दिवाली 2024 इस वर्ष 1 नवंबर 2024 (शुक्रवार) को मनाई जाएगी। यह पर्व पूरे भारत और विश्वभर में लाखों हिंदू, सिख, जैन और बौद्ध धर्म के अनुयायियों द्वारा धूमधाम से मनाया जाता है।

दिवाली का महत्व और इतिहास (Significance and History of Diwali)

दिवाली का अर्थ है “दीपों की पंक्ति”। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत, अंधकार पर प्रकाश की विजय और अज्ञानता पर ज्ञान की जीत का प्रतीक है।

  1. रामायण के अनुसार:
    दिवाली का त्योहार भगवान श्रीराम, माता सीता, और लक्ष्मण के 14 वर्षों के वनवास के बाद अयोध्या लौटने की खुशी में मनाया जाता है। राम के अयोध्या लौटने पर नगरवासियों ने दीप जलाकर और रंगोली बनाकर उनका स्वागत किया था।
  2. महाभारत के संदर्भ में:
    दिवाली पांडवों की घर वापसी का भी प्रतीक है, जब वे 12 वर्षों के वनवास और एक वर्ष के अज्ञातवास के बाद वापस लौटे थे।
  3. माता लक्ष्मी का पूजन:
    इस दिन देवी लक्ष्मी का विशेष पूजन किया जाता है। कहा जाता है कि समुद्र मंथन के समय देवी लक्ष्मी प्रकट हुई थीं, इसलिए इस दिन धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी का स्वागत दीप जलाकर और पूजा अर्चना कर किया जाता है।

दिवाली 2024 की तैयारी: घर की सजावट और परंपराएं (Preparations for Diwali 2024: Home Decoration and Traditions)

  1. सफाई और सजावट:
    दिवाली से पहले घरों की साफ-सफाई और सजावट की जाती है। माना जाता है कि माँ लक्ष्मी स्वच्छ और सुंदर घर में प्रवेश करती हैं। घर के दरवाजों और खिड़कियों पर तोरण (माला) लगाई जाती है, रंगोली बनाई जाती है और दीप जलाए जाते हैं।
  2. दीपक और रोशनी:
    दीपावली पर दीपक जलाने का विशेष महत्व है। हर घर के बाहर मिट्टी के दीयों की कतार लगाई जाती है, जो अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है।
  3. मिठाइयाँ और पकवान:
    दिवाली के समय घर-घर में स्वादिष्ट मिठाइयाँ और पकवान बनाए जाते हैं। लड्डू, बर्फी, गुलाब जामुन, काजू कतली आदि मिठाइयाँ इस त्योहार की शान होती हैं।
  4. पटाखे फोड़ना:
    दिवाली पर पटाखे फोड़ना परंपरा का एक हिस्सा है, जो उत्सव का माहौल बनाता है। हालांकि, अब पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए ईको-फ्रेंडली दिवाली का चलन बढ़ रहा है।

दिवाली पूजा विधि 2024 (Diwali Puja Vidhi 2024)

  1. प्रमुख पूजा की विधि:
    • पूजा के लिए सबसे पहले एक साफ और पवित्र स्थान का चयन करें।
    • एक चौकी पर सफेद कपड़ा बिछाकर उस पर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें।
    • देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश को जल, फल, फूल, मिठाई, अक्षत (चावल), हल्दी, और कुंकुम अर्पित करें।
    • घी का दीपक जलाएं और लक्ष्मी पूजन के साथ-साथ भगवान गणेश की आरती करें।
    • अंत में प्रसाद वितरित करें और लक्ष्मी जी से धन-धान्य की कामना करें।
  2. भोग और प्रसाद:
    देवी लक्ष्मी को खीर, नारियल के लड्डू, बेसन के लड्डू, और पंचमेवा का भोग चढ़ाया जाता है।

दिवाली के पांच दिन (Five Days of Diwali Festival 2024)

  1. धनतेरस (29 अक्टूबर 2024, मंगलवार): धनतेरस से दिवाली का आरंभ होता है। इस दिन धन, वैभव और स्वास्थ्य की देवी माता लक्ष्मी की पूजा होती है। इस दिन सोना, चांदी, और बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है।
  2. नरक चतुर्दशी (30 अक्टूबर 2024, बुधवार): इसे छोटी दिवाली भी कहा जाता है। इस दिन भगवान कृष्ण ने नरकासुर नामक राक्षस का वध किया था।
  3. दीपावली (1 नवंबर 2024, शुक्रवार): मुख्य दिवाली पर्व, जब लक्ष्मी पूजन, घरों की सजावट, और पटाखे फोड़ने की परंपरा होती है।
  4. गोवर्धन पूजा (2 नवंबर 2024, शनिवार): इस दिन गोवर्धन पर्वत की पूजा होती है, जो भगवान कृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाकर ब्रजवासियों को इंद्र के क्रोध से बचाने की कथा से जुड़ा है।
  5. भाई दूज (3 नवंबर 2024, रविवार): भाई दूज पर भाई-बहन के बीच के प्रेम और स्नेह का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।
  6. विद्या पर संस्कृत श्लोक हिन्दी में:
  7. धर्म पर संस्कृत श्लोक हिन्दी में:
  8. Weight Gain Tips: 2025
Scroll to Top