गृहस्थी पर संस्कृत श्लोक हिंदी में Part 3
गृहस्थी पर संस्कृत श्लोक हिंदी में Part 3 Sanskrit shlok in hindi: Top Sanskrit shlok in hindi Follow us on facebook: Follow us on Twitter:
गृहस्थी पर संस्कृत श्लोक हिंदी में Part 3 Sanskrit shlok in hindi: Top Sanskrit shlok in hindi Follow us on facebook: Follow us on Twitter:
गृहस्थी पर संस्कृत श्लोक हिंदी में Part 2 Sanskrit shlok गृहस्थी पर संस्कृत श्लोक हिंदी में Top slokas Sanskrit slokas about grihastha: 2 Please Follow us on facebook and twitter भक्तामर स्तोत्र Sanskrit Shlok With… गृहस्थी पर संस्कृत श्लोक हिंदी में Part 2 Sanskrit shlok
गृहस्थी पर संस्कृत श्लोक हिंदी में: गृहस्थी पर संस्कृत श्लोक हिंदी में: See also: वास्तविक वृद्ध कौन है? How to Meditate: A Comprehensive Guide for Beginners and Beyond
दुष्ट पर संस्कृत श्लोक हिंदी में :- यथा परोपकारेषु नित्यं जागर्ति सज्जनः । तथा परापकारेषु जागर्ति सततं खलः ॥ जैसे सज्जन परोपकार करने में नित्य जाग्रत होता है, वैसे दुर्जन अपकार करने में हमेशा जाग्रत… दुष्ट पर संस्कृत श्लोक हिंदी में
दुर्जन पर संस्कृत श्लोक हिंदी में Part4 : दुर्जनो नार्जवं याति सेव्यमानोऽपि नित्यशः । स्वेदनाभ्य़ंजनोपायैः श्र्वपुच्छमिव नामितम् ॥ जैसे कुत्ते की पूंछ स्वेदन, अंजन इत्यादि उपाय से सरल नहीं बनती, वैसे दुष्ट मानव हंमेशा सेवा… दुर्जन पर संस्कृत श्लोक हिंदी में Part4
दुर्जन पर संस्कृत श्लोक हिंदी में Part3 Top Sanskrit Shlok मृगमीनसज्जनानां तृणजलसंतोषवृत्तीनाम् । लुब्धकधीवरपिशुनाः निष्कारणमेव वैरिणो जगति ॥ घास, पानी ओर संतोष से जीनेवाले हिरण, मछलियाँ सज्जन के अनुक्रम से पारधी, मच्छीमार ओर दुष्ट निष्कारण… दुर्जन पर संस्कृत श्लोक हिंदी में Part3 Top Sanskrit Shlok
दुर्जन पर संस्कृत श्लोक हिंदी में Part2 Top Sanskrit Shlok वर्जनीयो मतिअमता दुर्जनः सख्यवैरयोः । श्र्वा भवत्यपकाराय लिहन्नपि दशन्नपि ॥ मतिमान मनवको दुष्टके साथ मैत्री या बेर नहीं करना चाहिए । कुत्ता चाटता है तो… दुर्जन पर संस्कृत श्लोक हिंदी में Part2 Top Sanskrit Shlok
बोधितोऽपि बहु सूक्तिविस्तरैः किं खलो जगति सज्जनो भवेत् । स्नापितोऽपि बहुशो नदीजलैः गर्दभः किमु हयो भवेत् कचित् ॥ अच्छे वचनों के उपदेश देने से क्या इस दुनिया में दुष्ट मानव सज्जन हो जायेंगे ? नदी… दुर्जन पर संस्कृत श्लोक हिंदी में Top Sanskrit Shlok
SANSKRIT SHLOK ON PEACE IN HINDI Click for :चरित्र पर संस्कृत श्लोक हिंदी में SANSKRIT SHLOK ON PEACE
संसार में मनुष्यत्व, मनुष्यत्व में खानदानी, खानदानी में धर्मिष्टत्व, और धर्मिष्टत्व में सदयत्व सार (रुप) है । देव और गुरुपूजा, तप, सर्वइंद्रियदमन, दान और शास्त्राध्ययन – ये सब क्रिया दया के बगैर वैसे हैं, जैसी… दया पर संस्कृत श्लोक हिंदी में
Sanskrit Shlok भक्तामर स्तोत्र Sanskrit Shlok With Hindi The Timeless Beauty of Sanskrit: History, Significance, and Influence How to Meditate: A Comprehensive Guide for Beginners and Beyond
बुद्धिमान पर संस्कृत श्लोक हिंदी में बुद्धिमान पर संस्कृत श्लोक हिंदी में क्षान्ति तुल्यं तपो नास्ति Top Sanskrit shlok ever
बुद्धिमान पर संस्कृत श्लोक हिंदी में गन्धः सुवर्णे फलमिक्षुदण्डे नाकारि पुष्पं खलु चन्दनेषु । विद्वान् धनाढ्यो न तु दीर्घजीवी धातुः पुरा कोऽपि न बुद्धिदोऽभूत ॥ सोने में सुगंध, गन्ने को फल और चन्दन वृक्ष को… बुद्धिमान पर संस्कृत श्लोक हिंदी में
Sanskrit Shlok in Hindi on daan Sanskrit Shlok in Hindi on daan दान करने से (हर प्रकार की समृद्धि जैसे..) गाय का दूध, बाग के फूल, विद्या, कूए का पानी और धन (इत्यादि) नित्य बढते… दान पर संस्कृत श्लोक-Sanskrit Shlok in Hindi on daan
Sanskrit Shlok in Hindi on daan रक्षन्ति कृपणाः पाणौ द्रव्यं प्राणमिवात्मनः । तदेव सन्तः सततमुत्सृजन्ति यथा मलम् ॥ कृपण (लोभी) प्राण की तरह द्रव्य का अपने हाथ में रक्षण करता है, पर संत पुरुष उसी… दान पर संस्कृत श्लोक Part4
दान पर संस्कृत श्लोक in Hindi Part3 मैं ने अनेक प्रकार के दान और विविध रत्न दिये, पर एक भी मधुर वाक्य नहि दिया, इस लिए मेरा मुख सूअर का है Read more below………. चारित्रं… दान पर संस्कृत श्लोक in Hindi Part3
दान पर संस्कृत श्लोक Part 2 Sanskrit Shlok in Hindi on daan पिपीलिकार्जितं धान्यं मक्षिकासंचितं मधु । लुब्धेनोपार्जितं द्रव्यं समूलं च विनश्यति ॥ चींटी ने इकट्ठा किया हुआ धान्य, मधुमक्खी ने इकट्ठा किया हुआ मधु,… दान पर संस्कृत श्लोक Part 2 Sanskrit Shlok in Hindi on daan
Sanskrit Shlokas With Hindi Meaning दान पर संस्कृत श्लोक दाता प्रतिगृहीता च शुद्धि र्देयं च धर्मयुक् । देशकालौ च दानानाम ङ्गन्येतानि षड् विदुः ॥ दाता, लेनेवाला, पावित्र्य, देय वस्तु, देश, और काल – ये छे… दान पर संस्कृत श्लोक अर्थ सहित Sanskrit Shlokas With Hindi Meaning
रोज उठकर यह जान लेना चाहिए sanskrit shlok in hindi यौवनं जीवितं चित्तं छाया लक्ष्मीश्च स्वामिता ।चञ्चलानि षडेतानि ज्ञात्वा धर्मरतो भवेत् ॥ यौवन, जीवन, चित्त, छाया, लक्ष्मी और सत्ता – ये छे चंचल है, ऐसा… Sanskrit Shlok in hindi Short: