भगवान पर संस्कृत श्लोक
bhagwan shlok sanskrit shlok फिर भी भगवान शंकर को भिक्षा के लिए भटकना पडता है ! सचमुच, ईश्वर की ईच्छा हि बलवान है:
स्वयं महेशः श्वशुरो नगेशःसखा धनेश स्तनयो गणेशः ।तथापि भिक्षाटनमेव शम्भोःबलीयसी केवलमीश्वरेच्छा ॥
bhagwan shlok sanskrit shlok with meaning:
स्वयं महेश है, ससुर पर्वतश्रेष्ठ है, कुबेर जैसा धनी उनका मित्र है, और पुत्र गणों का स्वामी है । फिर भी भगवान शंकर को भिक्षा के लिए भटकना पडता है ! सचमुच, ईश्वर की ईच्छा हि बलवान है ।
Gayatri Mantra Supreme mantra of the universe from Vedas
संसारसागर में जन्म का, बूढापे का, और मृत्यु का दुःख बार आता है, इस लिए (हे मानव !), “जाग, जाग
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